जीवन एक सफ़र है …..और सफ़र पर जाना हम सभी को अच्छा लगता है, बस शर्त ये होती कि सफ़र सुहाना होना चाहिए। लेकिन ये तो जीवन है न…. सिर्फ अच्छा सफर कैसे रह सकता है?
जब ईश्वर ने हमें ये सौभाग्य दिया है कि इस सफ़र पर निकलेॅ और आनंद लें, तो हमें भी उसका पूरा लाभ उठाना चाहिए।
इस सफ़र में कठिनाइयां भी हैं, ऊँचे-नीचे रास्ते भी हैं, सुख-दुःख भी है, अच्छे और बुरे लोगों का साथ भी है, नए से जुड़ना और पुराने से बिछड़ना भी है। सब अपने-अपने निर्धारित समय तक साथ भी निभाते हैं और कुछ तो समय पर भी साथ छोड़कर चले जाते हैं। कुछ को न चाहते हुए असमय साथ छोड़ना पड़ता है।
पर जिस किसी को ईश्वर ने सफ़र पर भेजा है, उसे अपनी दूरी तय करनी ही है, फिर चाहे वह हँस कर करे या रोकर करे।
अगर हम खुश होकर अपने सफ़र को पूरा करते हैं तो शायद कठिनाइयों में भी मुस्कुरा कर सफ़र को सुहाना बना सकते हैं।
इस जीवन के सफ़र को पूरा करना है तो हमें भी जीना सीखना पड़ेगा।
किसी से हमारा साथ छूटता है तो हमें दुःख होता है और हम इस दुःख में अपनी ज़िन्दगी के कई कीमती पलों को गुजार देते हैं।
हर व्यक्ति को अपना सफ़र यात्री बनकर ही पूरा करना पड़ता है। कुछ से जान-पहचान इतनी अच्छी हो जाती है कि उसका अलग होना खलता है, किन्तु ये सब नियति है और हमें इसे मानना ही पड़ता है।
कुछ आपके ऐसे साथी बनते हैं जो अंत तक साथ निभाते हैं और सिर्फ़ आपके सुख के पलों में साथ निभाते हैं, दुःख में वे आपको पहचानते भी नहीं।
अतः हमें जब भी अपने सफ़र के सहयात्री का चुनाव करने का अवसर मिले तो ऐसे साथी चुनें जो सिर्फ सुख के न हों। अधिकांशतः हमें चुनने का अवसर कम ही मिलता है तो ऐसे में हमें अपने साथ के ऐसे यात्रियों से सतर्क व सावधान रहना चाहिए।
मुख्य बात यह है कि हम जब भी जीवन के सफ़र पर निकलें या यूँ कह लें ईश्वर द्वारा भेजे गये तो हमें हमें इस जीवन के सफ़र का पूरा आनन्द उठाना चाहिए, किन्तु यह ध्यान रखना होगा कि इस आनन्द से किसी दूसरे का नुकसान न हो।
इसलिए मुस्कुराइए, हर नई सुबह को देखने के लिए ईश्वर का धन्यवाद् करें। खुश रहिये ताकि अंत में आपको इस बात का मलाल न रहे कि ज़िन्दगी थी, जीनी थी… रह गई।
7 Comments
Arti · September 16, 2023 at 8:08 pm
Beautifully expressed
Vinita Tiwari · September 10, 2024 at 6:08 pm
Thank you 😊
Poonam Pandey · September 10, 2024 at 6:27 pm
Bahut hi sundar rachna!!!!!
Ankita Singh · September 17, 2023 at 8:48 am
Very true and exact feelings for life… But everyone who starts this journey is unable to do anything on his own! One tries of course, but everything happens as written by God
Vinita Tiwari · September 10, 2024 at 6:09 pm
Very true
Sunil Chauhan · September 10, 2024 at 4:55 pm
मुसाफ़िर हूँ यारों, मुझे चलते जाना है,
चलना ही दीन मेरा, रस्ते को ख़ुदा माना है
मुकाम हो मुकर्रर तो लुत्फ क्या डगर का,
बेमज़ा सफर है, जब पता हो कहाँ जाना है
आलिम नहीं मैं कोई, पर इतना, मैंने जाना है,
चलना ही ज़िन्दगी है,मन्ज़िल तो रुक जाना है।
© Sunil Chauhan
Vinita Tiwari · September 10, 2024 at 6:10 pm
सुंदर 👌👌👏👏