रिश्तों की अहमियत जाने बगैर
रिश्तों में ज़हर घोल लेते हैं लोग
बुनियादी मज़बूती समझने से पहले
बेवजह फ़ैसले कर लेते हैं लोग…
जुड़ने से पहले ही टूटने वाले रिश्ते
वाकई कमज़ोर धागों में पिरोये होते हैं
हाथों की लकीरों को परखने वाले
आजीवन खुद से हारे होते हैं…
केवल दृष्टिकोण बदलकर
कहाँ कोई दूर दृष्टि रख पाते हैं
सुदूरवर्ती भविष्य को देखने वाले
वर्तमान को ही नज़र अंदाज़ कर जाते हैं…
ज़िंदगी के बेशकीमती पलों को
प्यार मुहब्बत से जीने वाले
औरों के लिए मिसाल बनकर
ताउम्र दिलों में घर कर जाते हैं…
© चंचलिका
2 Comments
राकेश भारद्वाज · April 26, 2022 at 7:34 am
बहुत ख़ूब, सच्चाई दुर्भाग्य से यही है…
Neeta garg · April 26, 2022 at 6:16 pm
एक हकीकत को आइना दिखाया है, बहुत खूब।