freedom

मेरी भी एक मुमताज़ थी

बडी जद्दोज़हद के बादतुम्हारा पता मिलाठिकाने पर आने पर तुम नहींदरवाज़े पर बडा सा ताला मिला सोचा बचपन की शरारत की आदतअब तक तुम्हारी गई नहींघर पर रह कर कहलवाने की,कह दो घर पर मैं नहीं आस पास देखा तो महिला थींजो चाबी लेकर आ गईंलो बेटा, अब सम्हालो इसकोज़िम्मेदारी Read more…

rishta

रिश्ता

‘रिश्ता’ कहना, देखना, सुनना सब कुछ अच्छा लगता है। लेकिन क्या उतना ही अच्छा रिश्ते को समझना लगता है या निभाना भी लगता है ? सचमुच बहुत आसान होता है , किसी से जुड़ जाना लेकिन बहुत मुश्किल होता है, उससे जुड़े रहना । रिश्ते और पौधे दोनों एक समान Read more…

jeevan ek safar

जीवन एक सफ़र है

जीवन एक सफ़र है …..और सफ़र पर जाना हम सभी को अच्छा लगता है, बस शर्त ये होती कि सफ़र सुहाना होना चाहिए। लेकिन ये तो जीवन है न…. सिर्फ अच्छा सफर कैसे रह सकता है? जब ईश्वर ने हमें ये सौभाग्य दिया है कि इस सफ़र पर निकलेॅ और Read more…