Kavita / Shayari
ज़िंदादिली
ज़िंदगी को भरपूरजीने के लिएज़िंदादिल होकरजीना बहुत जरुरी है… ये और बात है किरोज़मर्रा जीने के लिएअनेकों सवालों के जवाबकई बार हासिल नहीं होते… गर्म रेत की तरहचटखता है दिल में गुबारबर्फ़ सी होती ज़िंदगी मेंधुँआ भी तो उठता है बेशुमार… बारीकियों कोनज़र अंदाज़ करचलो जी लेते हैंज़िंदगी का शेषांश… Read more…