कर ली बातें चाँद सितारों से,
मिल आये ज़िगरी यारों से,

कूदना पेड़ों से तालाबों में,
पायलट बनना वो ख्वाबों में,

जी आये वो बेखबरी भी, वो मस्ती भी,
ख़ूब शग़ल है यारों ये माज़ी-परस्ती भी.

© Sunil Chauhan


Sunil Chauhan

मुसाफ़िर हूँ यारों, मुझे चलते जाना है

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