Kavita / Shayari
हम भी तुम भी
सिर्फ़ रात ही नहीं बीततीबीत जाता है दिन भीदीए का तेल ही नहीं जलताजल कम होती है बाती भी दु:ख होतें हैं ख़त्म तोसुख भी बीत जाता हैआते हैं सब जाने के लिएसमय चक्र यही बतलाता है मेजबां कोई नहींयहां मेहमां हैं सभीबीत जाता है सब कुछयहां धीरे-धीरे बीत जाएंगे Read more…